देहरादून: आज 14 जनवरी को गढीकैट जसवंत ग्राउंड में वेटरन दिवस मनाया गया जिसमें सभी पूर्व सैनिकों ने हिस्सा लिया गौरव सेनानी एसोसिएशन उत्तराखण्ड के पूर्व सैनिकों को भी आमंत्रित किया गया था और 7 दिन पहले से सभी विधानसभा क्षेत्रों में संगठन के सैकड़ों गौरव सैनानी पूर्व सैनिकों को आवागमन के लिए पाँच बसों की व्यवस्था की गई थी और सैकड़ों गौरव सेनानी अपनी गाड़ियों से भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए तैयार थे लेकिन कल देर रात अचानक सभी बसों को देने से इनकार किया गया जिससे बड़ी संख्या में पूर्व सैनिकों में अफ़रातफ़री माहौल पैदा हुआ जिस पर रात को ही एसोसिएशन की वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग से कोर कमेटी की बैठक हुई और सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि ये सब एरिया द्वारा प्रदेश के पूर्व सैनिकों का घोर अपमान है ।एसोसिएशन इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होगा।
पहले तो गौरव सेनानी एसोसिएशन को अपनी पहचान अपनी वेटरन कैप पहनने से प्रवेश नहीं देने की बात की गई फिर देर रात में बसों को देने से इनकार कर दिया गया ।आज सैनिक बाहुल्य प्रदेश उत्तराखंड में क्या हो रहा क्या देश की सीमाओं पर सेवा देकर आये पूर्व सैनिकों पर उत्तराखंड सब एरिया आज भी फौज के आदेश पर काम करवाना चाहते हैं या तानाशाही दिखा कर पूर्व सैनिकों को दबाना चाहते हैं ।
इस बर्ताव से यही ज़ाहिर होता है कि गौरव सेनानी एसोसिएशन उत्तराखण्ड के गौरव सेनानियों ने अप्रैल 2023 में सब एरिया सी एस डी कैंटीन में हो रही भारी अनियमितताओं व कैंटीन के कुप्रबंधन पर आवाज़ उठाकर सवाल किये थे आज क्या गौरव सेनानियों को इसी का ख़ामियाज़ा भुगतना पड़ रहा अगर ऐसा ही है तो दुर्भाग्य सैनिक बाहुल्य प्रदेश के पूर्व सैनिकों का जहाँ अपने आत्मसम्मान व संवैधानिक अधिकारों के लिए हम कुछ नहीं कह सकते ।उत्तराखण्ड सब एरिया के इस बर्ताव से हज़ारों गौरव सेनानी आहत हैं। एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर राणा ने बताया कि गौरव सेनानी एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही इस मामले पर महामहिम राज्यपाल महोदय से मिलेगा ।और इस मामले के साथ साथ प्रदेश के पूर्व सैनिकों के साथ हो रही भूमि विवाद, मारपीट व कई प्रकार की समस्याओं पर चर्चा की जाएगी।
आज सैनिक बाहुल्य प्रदेश में जब कि प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जी सैनिक पुत्र,प्रदेश के महामहिम राज्यपाल महोदय पूर्व सैनिक,प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री पूर्व सैनिक फिर भी दुर्भाग्य है प्रदेश के पूर्व सैनिकों का जिनको कोई मिलने का अपनी समस्याओं को बताने का समय नहीं देते ।बड़े बड़े कार्यक्रमों के मंचों से सभी कहते है हमारे द्वार पूर्व सैनिकों के लिए खुले हैं लेकिन वास्तविकता सभी जानते हैं ।आज गौरव सेनानी एसोसिएशन के 500 से अधिक पूर्व सैनिक कार्यक्रम में शामिल न हो सके ।जब कि इस वेटरन डे कार्यक्रम के लिए रक्षा मंत्रालय से पर्याप्त पैसा मिलता है लेकिन धरातल पर पूर्व सैनिकों को उनके अधिकारों से वंचित रखा जाता है इसका ख़ुलासा जरूरी है ।
अंत में अपने सम्मानित अपने लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ अपने मीडिया पत्रकार भाई बंधुओं से विनम्र निवेदन है कि आज के इस शर्मनाक घटना क्रम को जन जन पूर्व सैनिक तक पहुँचाने में अपना योगदान जरूर दें ।आज की तस्वीर हमें सूत्रों से प्राप्त हुई जिसमें आप सभी देख सकते कि कितनी कुर्सियाँ गौरव सेनानियों के न जाने से ख़ाली पड़ी हैं और राज्यपाल महोदय को भीड़ दिखाने के लिए वेटरन की जगह सर्विंग सोल्जर व एन सी सी कैडेट का सहारा लिया गया ।तस्वीर कहती है ।
गौरव सेनानी एसोसिएशन में एकजुटता है संख्याबल है।