टिहरी, स्थानीय निकाय चुनाव कार्यक्रम की सुचना पाते ही संभावित अध्यक्ष और वार्ड सभासद के प्रत्याशीयों की भागदौड़ गली मोहल्लों में दिखनी शुरू हो गई है, कुछ वार्डों को ओबीसी, महिला, SC आरक्षण का लाभ दिया गया है अन्य को सामान्य रखा गया है, ऐसे में उन वार्डों के संभावितो को निराशा हाथ लगी जो सामान्य सीट की सम्भावना लगाये पिछले काफ़ी समय से तैयारी में लगे थे लेकिन सीट आरक्षित हो गई इन्हीं में से एक वार्ड नई टिहरी नगर पालिका के अंतर्गत वार्ड संख्या 5, जो पूर्व में भी दो बार महिला आरक्षित हो चुकी है के संभावित प्रत्याशियों में से एक सुरेंद्र खत्री अपनी प्रबल संभावना के प्रति काफ़ी आशवस्त थे उनका कहना है कि पूर्व में भी दो बार आरक्षित वार्ड किये जाने के कारण वार्ड की समस्या में कोई सुधार नहीं हुआ. टिहरी बांध से प्रभावित कई लोग जो पुनरवास से वंचित रह गये थे उनको तत्काल वेकल्पिक व्यवस्था के तौर पर टिन शेड में पूनर्वासित कर दिया गया जो कि वार्ड 5 में ही स्थित है. खत्री का कहना है कि पिछले सभासद क्योंकि पक्के मकानों के वासी थे इसलिए टिन शेड वासियो की समस्याओ के प्रति उदासीन रहे.