भाजपा ने अंबेडकर के मुद्दे पर कांग्रेस को आइना दिखाया….. पूरा पढे

देहरादून 21 दिसम्बर 2024

भाजपा ने अंबेडकर के मुद्दे पर कांग्रेस को आइना दिखाते हुए कहा, इन्होंने बाबा साहब को जीते जी अपमानित और उनके जाने के बाद उनकी पहचान मिटाने का पाप किया है। दरअसल देश विरोधी ताकतों से संलिप्तता सामने आने के बाद, कांग्रेस की बोलती बंद हो गई है। कांग्रेस का आज का प्रदर्शन निकाय चुनावों के मद्देनजर झूठ आधारित राजनैतिक ड्रामा है।

प्रदेश प्रवक्ता श्री खजान दास ने आरोप लगाया कि नेहरू से लेकर समूची कांग्रेस पार्टी ने हमेशा बाबा साहब का अपमान करने और उनकी पहचान मिटाने का कुकृत्य किया है। आज भी इनके नेता राहुल गांधी आरक्षण समाप्त करने की विदेशों में दलील देते हैं और देश में संविधान समाप्त होने का भ्रम फैलाते हैं।

उन्होंने निशाना साधा, इतिहास गवाह है कि तत्कालीन अध्यक्ष कभी नहीं चाहते थे पहली भारत सरकार में बाबासाहेब आंबेडकर जी को शामिल किया जाए, लेकिन महात्मा गांधी जी के कारण मजबूरी में शामिल करना पड़ा। बाबा साहब हमेशा कश्मीर में धारा 370 और कोंग्रेसी अल्पसंख्यक तुष्टिकरण की निति के खिलाफ थे। यह वजह कि लगातार सरकार में अपमान के बाद उन्होंने त्यागपत्र दिया, लेकिन पीएम नेहरू ने पत्र लिखकर उनके इस्तीफे पर खुशी जताई। इतना ही नहीं एक नहीं दो दो बार, उनके खिलाफ चुनाव में उम्मीदवार खड़ा कर हरवाने का पाप किया। कांग्रेस सरकार ने देश में वक्फ कानून लागू कर उनके जीते जी संविधान का अपमान किया। तत्कालीन नेहरू सरकार ने उनकी मौत के बाद अंतिम सरकार के लिए राजधानी में जगह तक नहीं दी।

उन्होंने कटाक्ष कर कहा, स्वयं जीते जी भारत रत्न लेनें वाले कॉन्ग्रेस प्रधानमंत्रियों ने कभी उनको इस लायक नहीं माना। इतना ही नहीं उनके जीवन से जुड़ी तमाम पहचानो को मिटाने के प्रयास भी किए गए। जिस दलित समाज और पिछड़े वर्ग के लिए उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन दिया, उसी से ईर्षावश पहले काका कालेलकर और फिर मंडल आयोग की रिपोर्ट को दबाए रखा।

जबकि पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकारों ने बाबा साहब अंबेडकर जी के सम्मान और पहचान के लिए अनेकों ऐतिहासिक कदम उठाएं। इससे पूर्व आडवाणी जी और जार्ज फर्नांडिस की अगुआई में ही वीपी सिंह सरकार ने बाबा साहब को भारत रत्न देकर देशवासियों को सम्मानित होने का अवसर दिया। बाजपेई सरकार ने पहली बार नागपुर में उनके जन्मस्थल को संरक्षित किया, जिसे मोदी सरकार विकसित करते हुए उनके जीवन से जुड़े 5 स्थानों को तीर्थ बनाया। दशकों से लंबित एसटी और ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया गया। कांग्रेस सरकारों में संसद में अंबेडकर जी का एक तैल चित्र नहीं लगने दिया, वहां उनकी मूर्ति और विदेश में भी उनकी पहचान को पुनर्स्थापित करने का काम मोदी जी ने दिया है।

उन्होंने कहा, सच्चाई यह है कि अदाणी के मुद्दे पर उनकी पोल खुल गई है, कांग्रेस देश विरोधी विदेशी ताकतों के हाथों खेल रही है। आज सोनिया गांधी और विदेशी उद्योगपतियों जार्ज सोरस के संबंधों पर उनकी बोलती बंद हो गई है, तभी वह अंबेडकर के अपमान को लेकर झूठ फैला रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *