विधानसभा की बदरीनाथ व मंगलौर सीटों के उपचुनाव में परिणाम भले ही भाजपा के पक्ष में न रहे हों, लेकिन केदारनाथ सीट का उपचुनाव उसकी प्रतिष्ठा से जुड़ा है। इसे देखते हुए पार्टी ने अपनी टीम को मोर्चे पर उतार दिया है।केदारनाथ में विधायक शैला रानी रावत के निधन के बाद ये सीट रिक्त चल रही है
राज्य सरकार के पांच मंत्रियों को केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र के एक-एक मंडल का जिम्मा दिया गया है। जाहिर है उपचुनाव में इनके कौशल की भी परीक्षा होनी है। वे इसमें कितना सफल हो पाते हैं, इस पर सबकी नजर रहेगी।
वहीं काग्रेस पार्टी भी मंगलौर,और बद्रीनाथ सीट पर उपचुनाव जितने के बाद पूरे मनोबल के साथ अब केदारनाथ सीट जीतने की पुरजोर कोशिश करती नजर आ रही है