इस पर मनोज ने वहां से गुजर रहे एक मोटरसाइकिल सवार युवक शाहीन बाग निवासी जावेद खान को रोककर बेटी की बोर्ड परीक्षा में हो रही देरी की बात बताई और उसे सेंटर तक छोड़ने का अनुरोध किया।

युवक ने भी छात्रा को बैठा लिया और उसे सेंटर छोड़ने चल दिया। कुछ ही आगे ओखला एस्टेट रोड पर चल रहे एमसीडी का डंपर मोटरसाइकिल के साथ चल रहा था। चलते हुए अचानक चालक ने डंपर को साइड काटा, जिससे मोटरसाइकिल उसकी चपेट में आकर साइड गिर गई। दुर्घटना में मायरा और जावेद डंपर के पिछले टायर के नीचे आ गए और दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

आंखों के सामने हुए हादसे से छात्रा के पिता सदमे में

गोविंदपुरी थाने में तैनात जांच अधिकारी उपनिरीक्षक दीपक ने बताया कि मनोज कलोसिया ने बेटी को जहां से मोटरसाइकिल पर लिफ्ट दिला बैठाया था, वहां से मात्र 25-30 मीटर की दूरी पर ही मोटरसाइकिल डंपर की चपेट में आ गई थी।

अपने सामने बेटी की दुर्घटना में मौत होते देख मनोज कलोसिया बेसुध हैं और उनका रो-रो कर बुरा हाल है। पुलिस ने हालत को देखते हुए उनका बयान भी दर्ज नहीं किया है।

जावेद की छह महीने की बेटी, डेढ़ साल पहले हुई थी शादी

मृतक 29 वर्षीय जावेद खान इंश्योरेंस कंपनी में एग्जीक्यूटिव के पद पर काम करते थे और सुबह अपने आफिस जा रहे थे। जावेद की डेढ़ साल पहले ही शादी हुई थी और उनकी छह माह की एक बेटी है। पुलिस ने दोनों के शवों का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिए हैं।