करवाचौथ कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस दिन सुहागिनें अखंड सौभाग्य व सुखी दाम्पत्य जीवन की प्राप्ति के लिए निर्जल व्रत रखेंगी। रात में चांद को अर्घ्य देने के बाद पति के हाथ से पहला निवाला लेकर व्रत खोलेंगी। इसके लिए सोलह शृंगार से सजे बाजार, रेडीमेड गारमेंट्स से लेकर साड़ी शोरूम, चूड़ी बाजार, पार्लर, मेहंदी के साथ ही साज-सज्जा का सामान खरीदने के लिए महिलाओं के उत्साह दिखा। हर वर्ग करवा चौथ मना सके इसके लिए बाजार में उसकी बजट में सामान उपलब्ध रखा गया।